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उत्तराखंड में व्यापार और वाणिज्य

परिचय

उत्तराखंड, जिसे ‘देवभूमि’ के नाम से भी जाना जाता है, भारत के उत्तर में स्थित एक राज्य है। यह राज्य हिमालय की गोद में बसा हुआ है, जो कि अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक स्थलों का स्थल है। उत्तराखंड का व्यापार और वाणिज्य क्षेत्र, राज्य के विकास की रफ्तार को बढ़ाने वाला प्रमुख तत्व है। औद्योगिक नीतियों, निवेश के लिए अनुकूल वातावरण और विभिन्न सरकारी पहलों के माध्यम से, उत्तराखंड ने तेजी से विकास किया है और अब यह देश के सबसे तेजी से बढ़ते राज्यों में से एक है।

भूगोल और पर्यावरण

उत्तराखंड का भूगोल विविध है, जिसमें पहाड़ी क्षेत्र, वनों, नदियों और झीलों का समावेश है। राज्य के उत्तरी हिस्से में बर्फ से ढकी चोटियाँ हैं, जबकि दक्षिणी भाग में समतल इलाके और कृषि योग्य भूमि है। यह भौगोलिक विविधता विभिन्न प्रकार की कृषि गतिविधियों, वन्य जीवन और पर्यटन को बढ़ावा देती है। यहाँ की जलवायु भी कृषि के लिए अनुकूल है, जो उत्तराखंड को फल और औषधीय पौधों की खेती के लिए उपयुक्त बनाती है।

पर्यटन का महत्व

धार्मिक पर्यटन : उत्तराखंड में कई महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश, और चारधाम (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री) हैं, जो हर वर्ष लाखों तीर्थ यात्रियों को आकर्षित करते हैं। साल 2018 में अकेले चारधाम यात्रा के दौरान 27.81 लाख तीर्थयात्री आए थे।

वन्यजीव पर्यटन : राज्य में वैली ऑफ फ्लावर और जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क जैसे महत्वपूर्ण वन्यजीव स्थल हैं, जो नेचर लवर्स और साहसिक प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।

एडवेंचर टूरिज्म : ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग और पर्वतारोहण जैसे साहसिक खेलों के लिए भी उत्तराखंड एक उत्कृष्ट गंतव्य है।

आर्थिक विकास के प्रमुख चालक

कृषि और उद्यानिकी : उत्तराखंड की कृषि अर्थव्यवस्था में विशेष योगदान देने वाला क्षेत्र है। राज्य में फलों, सब्जियों और औषधीय पौधों की खेती की जाती है। उद्यानिकी के तहत, राज्य ने औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती पर जोर दिया है।

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) : यह क्षेत्र रोजगार का एक बड़ा स्रोत है और राज्य की विकास रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कई छोटे और मध्यम व्यवसाय स्थापित किए गए हैं, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में मदद कर रहे हैं।

नवीन ऊर्जा : उत्तराखंड नवीकरणीय ऊर्जा, विशेषकर जल विद्युत परियोजनाओं में भी अग्रसर है। यहाँ छोटे जल विद्युत संयंत्रों को विकसित किया जा रहा है, जो पर्यावरणीय दृष्टि से लाभदायक हैं और स्थानीय लोगों को भी रोजगार प्रदान करते हैं।

सूचना प्रौद्योगिकी (IT) : राज्य IT और ITES क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बना रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई टैक्नोलॉजी पार्क और कार्यकारी केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर रहे हैं।

व्यापार अवसंरचना

सड़क नेटवर्क : उत्तराखंड में 39,000 किमी से अधिक का सड़कों का नेटवर्क है, जो विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ता है और व्यापार के लिए आसान पहुंच प्रदान करता है।

हवाई अड्डे : दो प्रमुख घरेलू हवाई अड्डे, देहरादून और पंतनगर, व्यापारिक और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं।

रेलवे : राज्य में 345.23 किमी की रेल नेटवर्क है, जो उत्तराखंड को अन्य राज्यों से जोड़ती है।

व्यापार हब : देहरादून, काशीपुर, रुड़की, और हरिद्वार जैसे शहर महत्वपूर्ण वाणिज्यिक केंद्र हैं, जहां कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र सक्रिय हैं।

एकीकृत औद्योगिक क्षेत्र : हरिद्वार, पंतनगर और सितारगंज में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए गए हैं, जो आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।

सरकारी पहल और प्रोत्साहन

उत्तराखंड सरकार ने व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियाँ और पहल की हैं:

निवेश प्रोत्साहन : राज्य सरकार ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई प्रोत्साहनों की पेशकश की है, जिनमें ब्याज सहायता, वित्तीय सहायता, और कर छूट शामिल हैं।

आसान व्यापार वातावरण : उत्तराखंड को व्यवसाय करने की आसानी के लिए शीर्ष स्थान दिया गया है। यह सरकार की कई सरल नीतियों और स्वच्छ प्रयासों का परिणाम है।

एमओयू और साझेदारियाँ : विभिन्न संगठनों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर करने के द्वारा, जैसे लूलू समूह और भारतीय पैकेजिंग संस्थान, राज्य ने निर्यात को बढ़ावा देने और पैकेजिंग मानकों को सुधारने का प्रयास किया है।

नवीकरणीय ऊर्जा नीतियाँ : सरकार ने नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नीतियाँ बनाईं हैं, जिससे राज्य में स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को प्राथमिकता दी जा रही है।

निर्यात का विकास

उत्तराखंड ने निर्यात में वृद्धि पर जोर दिया है। 2022-23 में राज्य का कुल निर्यात 1.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर के स्तर पर रहा। प्रमुख निर्यात में इंजीनियरिंग सामान, दवाइयाँ, इलेक्ट्रोनिक्स, और प्लास्टिक उत्पाद शामिल हैं। राज्य कृषि निर्यात क्षेत्रों का विकास भी कर रहा है, जैसे लीची, औषधीय पौधे, और बासमती चावल।

शिक्षा और स्वास्थ्य कोई निर्यात

राज्य ने शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा को प्राथमिकता दी है, जहां बजट में शिक्षा के लिए 11,700 करोड़ रुपये और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 1,100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। यह सुनिश्चित करता है कि राज्य के नागरिकों को स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा मिल सके, जो इसके दीर्घकालिक विकास के लिए आवश्यक हैं।

निष्कर्ष

उत्तराखंड का व्यापार और वाणिज्य क्षेत्र कृषि, पर्यटन, उद्योग और सेवा क्षेत्र में तेजी से विकसित हो रहा है। सरकार की पहल, नीतियों और अवसंरचना विकास ने इसे भारत के सबसे तेजी से बढ़ते राज्यों में से एक बना दिया है। राज्य ने अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक धरोहर के साथ, व्यापारिक अवसरों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके अलावा, नवीकरणीय ऊर्जा, MSME और IT क्षेत्र में विकास के साथ, उत्तराखंड ने अपने आर्थिक मोर्चे पर एक स्थायी आधार तैयार किया है। इस तरह, उत्तराखंड न केवल एक पर्यटन गंतव्य है, बल्कि व्यापार और वाणिज्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र है, जो इसे भारत की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करता है।

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